भारतीय स्टेट बैंक में पीपीएफ खाता के लाभ

अगर आप भी भारतीय स्टेट बैंक में अपना पीपीएफ खाता खोलना चाहते हैं या फिर इस खाते को खोलने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको इसी पीपीएफ खाते के बारे में जानकारी देने वाले हैं कि अगर आप इस खाते को खोलते हैं तो आपको इसके क्या लाभ और क्या नुकसान होंगे इन सभी की जानकारी जानने के लिए आप हमारे इस लेख को अंत तक पड़े और इसी के साथ आपको हमारे द्वारा यह भी जानकारी दी जाएगी की पीपीएफ खाता क्या है?

पीपीएफ अकाउंट क्या है?

पीपीएफ का अर्थ केवल लंबी अवधि की निवेश योजना के रूप में कहा जा सकता है और यह योजना सभी लोगों के लिए नहीं है बल्कि उन व्यक्तियों के लिए है जो उच्च और स्थित रिटर्न अर्जित करना चाहते हैं और इस खाते को खोलने के पीछे लोगों का मुख्य उद्देश्य से केवल अपने मूल राशि की सुरक्षा करना होता है के अलावा जो भी इसे कहते को खोलना है तो उसकी हर महीने समय पर पैसे जमा करवाने होते हैं और इस खाते का ब्याज चक्रवृद्धि होता जाता है।

पीपीएफ खाते की विशेषताएं

ब्याज दर7.1%
कार्यकाल15 साल
न्यूनतम निवेशरु. 500
अधिकतम निवेशरु. 1.5 लाख प्रति वर्ष
प्रारंभिक जमारु. 100 प्रति माह
जमा की आवृत्तिएक वर्ष में एक बार
जमा करने का तरीकानकद, चेक, डिमांड ड्राफ्ट (डीडी), या ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के माध्यम से
होल्डिंग का तरीकाकेवल व्यक्तिगत
जोखिम कारककम से कम
टैक्स लाभधारा 80सी और धारा 10 के तहत ब्याज और परिपक्वता राशि कर-मुक्त हैं

कुछ मुख्य विशेषताएं

निवेश की अवधि :- यहां पर आपको 5 साल की लॉक-इन अवधि मिलती है इससे पहले निवेशक कभी भी निकासी नहीं कर सकता है जब ये लॉक-इन अवधि समाप्त होता है तो उसके बाद आपके पास समय बढ़ाने का विकल्प भी होता है ‌

न्यूनतम और अधिकतम जमा राशि :- यहां पर आप प्रतिवर्ष न्यूनतम राशि ₹500 जमा करवा सकते हैं और अधिकतम राशि पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 1.5 लाख रुपए का जमा करवा सकते हैं और यह सारा एक साथ जमा किया जाता है जो भी व्यक्ति पीपीएफ खाता खोलना है वो साल में केवल 12 किस्त भुगतान करता है और यह भविष्य नीति योजना के अंतर्गत होता है।

ब्याज दर :- वर्तमान समय में पीपीएफ ब्याज दर 1.4.2020 से 30.6.2023 तक 7.1% वर्ष है प्रत्येक बीते वर्ष सरकार के द्वारा ब्याज दर की घोषणा की जाती है और इसी के इलाहाबाद ब्याज की गणना प्रत्येक पांचवी महीने के आखिरी दिन के बीच न्यूनतम से शेष राशि पर की जाती हैं और फिर वित्तीय वर्ष के अंत में पीपीएफ खाते में जमा की जाती है।

निवेश पर ऋण :- यहां पर आपको निवेश की राशि पर ऋण लेने का एक विकल्प मिल जाता है जब आप अपना खाता सक्रिय करते हैं तो उसकी तारीख से तीसरे वर्ष की शुरुआत से छठे वर्ष तक कभी भी इसका विकल्प चुनने पर आपको ऋण दिया जाएगा इसके अलावा आपको सार्वजनिक भविष्य निधि योजना के तहत ऋण प्राप्त करने की अधिकतम अवधि 3 वर्ष यानी 36 महीने होती हैं।

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आशिंक निकासी :- इसे कहते कि कुछ शर्तें और सीमाएं हैं इन सभी के अधीन पीपीएफ खाते से सातवें वर्ष से आंशिक निकासी की अनुमति है।

पीपीएफ खाता खुलवाने की योग्यता

अगर आप भी पीएफ खाता खुलवाना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया की आवश्यकता होती है तो आईए जानते हैं कि क्या-क्या आपके पास एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होनी चाहिए :-

  • सर्वप्रथम भारत के नागरिक होने चाहिए वही व्यक्ति अपने नाम का पीपीएफ खाता खोल सकते हैं।
  • जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है वह भी पीपीएफ खाता रख सकते हैं लेकिन इनका संचालन उनके माता-पिता के द्वारा किया जाता है।
  • भारत के अलावा जो भी अन्य नागरिक है उनको पीपीएफ खाता खोलने की अनुमति प्रदान नहीं की गई है अगर उनके नाम से कोई भी खाता है तो वह चालू रहेगा।

पीपीएफ खाते का महत्व

हमारे द्वारा आपके ऊपर पीएफ खाते के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी बता दी है तो हमने आपको एक सार्वजनिक भविष्य निधि योजना के बारे में भी बताया था ये उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है जिन व्यक्तियों में जोखिम लेने की क्षमता है इस योजना को भारत सरकार के द्वारा चलाया गया है और इस योजना के तहत भारत में व्यक्तियों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है और गारंटीकृत रिटर्न की पेशकश करती है अगर आप इस योजना के तहत निवेश करते हैं तो आपका पैसा बाजार से जुड़ा हुआ नहीं होता है।

यहां कुछ लाइन है जिनके माध्यम से आप जान पाओगे कि पीपीएफ खाता क्यों महत्वपूर्ण है :-

दीर्घकालिक बचत :- इस खाते को खोलने वाले व्यक्ति लंबी अवधि के लिए बचत कर सकते हैं आमतौर पर तो केवल 15 साल तक। यह अनुशासित दृष्टिकोण समय के साथ-साथ पर्याप्त धनराशि बनाने में आपकी मदद करता है।

कर लाभ :- अगर आप पीपीएफ खाते में योगदान करते हैं तो ये आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत एक निर्दिष्ट सीमा तक कर कटौती के लिए पात्र हैं और इसके द्वारा जो ब्याज अर्जित किया जाता है और परिपक्वता राशि भी कर मुक्त हैं।

सेवानिवृत्ति योजना :- पीपीएफ खाता सेवानिवृत्ति योजना के लिए एक प्रभावी उपकरण है यहां पर व्यक्ति वर्षों तक लगातार निवेश करके एक महत्वपूर्ण धनराशि जमा कर सकता है जो राशि उनकी सेवा निवृत्ति के वर्षों के दौरान वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं।

पीपीएफ खाता कैसे खोलें?

अगर आप भी पीपीएफ खाता खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आप दो तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं आप इस खाते को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं और आप अपने द्वारा चुने गए बैंक की वेबसाइट पर जाकर पीपीएफ को ऑनलाइन ही सक्रिय कर सकते हैं।

ऑफलाइन पीएफ खाता कैसे खोलें?

  • सर्वप्रथम आपको किसी निर्दिष्ट बैंक या डाकघर में जाना है और वहां से पीपीएफ सुविधा प्रदान करनी है।
  • उसके बाद आपको खाता खोलने वाले फार्म को भरना है वहां पर आपको आवश्यक जानकारी दे देनी है और आवश्यक दस्तावेज आपसे जो भी मांगे जाते हैं जमा करने हैं।
  • खाता सक्रिय करने के लिए आपको न्यूनतम राशि भी जमा करनी है।
  • जब आपका खाता खुल जाएगा तो आपको पीपीएफ खाते से संबंधित सभी प्रकार के लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए एक पासबुक दी जाती है उसे ले लेना है।

आवश्यक दस्तावेज

  • पहचान सत्यापित करने वाली केवाईसी दस्तावेज केवल एक चुननी है
  • आधार कार्ड
  • मतदाता पहचान पत्र
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पैन कार्ड
  • आवासीय पता प्रमाण
  • नामांकित व्यक्तियों की घोषणा के लिए फॉर्म
  • पासपोर्ट आकार का फोटो

पीपीएफ खाते के लाभ क्या है?

दोस्तों अगर आप पीपीएफ खाता खुलवाते हैं तो आपको इसके कई प्रकार के लाभ होते हैं जो हम आपको नीचे बता रहे हैं :-

कर कटौती :- अगर आप पीएफ खाते का इस्तेमाल करते हैं तो आपके यहां पर किसी खाते में किया गया योगदान आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर कटौती के लिए पात्र हैं और यह रुपए की अधिकतम सीमा के अधीन है।

कर मुक्त ब्याज :- अगर आप पीएफ बातें का इस्तेमाल करते हैं तो आपको पीएफ खाता अर्जित ब्याज आयकर अधिनियम की धारा 10 के तहत कर मुक्त हैं।

परिपक्वता पर कर छूट :- यहां पर आपको मूलधन और संचित ब्याज सहित परिपक्वता राशि पूरी तरह से कर मुक्त मिलेगी।

पीपीएफ खाता क्या है?

पब्लिक प्रोवेडिंग फंड यानी पीपीएफ वर्तमान समय में शानदार रिटर्न और टैक्स की छूट के कारण ये लोगों का पसंदीदा अकाउंट बनता जा रहा है और इसके तहत जो भी प्रिंसिपल अमाउंट निवेश किया जाता है उसे पर 80सी के तहत टैक्स नहीं लगता है इसके अलावा यहां पर आपको जो भी ब्याज मिलता है वो भी क्षेत्र 10 के तहत टैक्स के दायरे से बाहर रहता है।

PPF मैं 15 साल के बाद कितना पैसा मिलता है?

अगर आप पीपीएफ स्कीम के तहत हर महीने ₹1000 लगते हैं तो आप इस हिसाब से देख सकते हैं कि आपको 15 साल के बाद लगभग 3.25 लाख रुपए मिलेंगे इसके अलावा आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कितने पैसे लगाते हैं।

पीपीएफ खाते में कितना ब्याज है?

पीपीएफ खाते में आपको 7.1% का ब्याज दर मिलता है।

आपने क्या सीखा :-

हमने आपको पीपीएफ खाते के बारे में जानकारी दि हैं तो आशा करता हूं आपको लेख पसंद आया होगा अगर आपको लेख पसंद आया है तो हमारे इस लेख को शेयर करें और कमेंट करके बताइए आपको हमारा लेख कैसा लगा है।

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